जब स्त्री और पुरुष एक साथ बंधन में बंध जाते है, तो उस बंधन को विवाह कहते है। हमें अपने जीवन में इस बंधन को बहुत ही बखूबी से निभाना चाहिए, लेकिन कभी-कभी कुछ विचारों का आपस में न मिलने से जोड़े अलग होने का फैसला ले लेते है। जबकि ये नहीं करना चाहिए, क्युकि ये करने से हमारे बच्चों में गलत असर पड़ता है। बच्चों की न तो अच्छे से परवरिश होती है और न ही शिक्षा अच्छी होती है। इसीलिए कभी भी अगर पति पत्नी में लड़ाई हो तो उसे कभी बड़ा मुद्दा नहीं बनाना चाहिए जितना हो सके आपस में ही समझौता कर लेना चाहिए।
पिता के लिये बच्चों की निगरानी के कुछ सुझाव (Some Tips for Child Custody for Father):-
- अपने बच्चे के साथ एक मजबूत रिश्ता बनाएँ।
- बाल सहायता का भुगतान करें।
- बच्चे के लिए सक्रिय रहें।
- बच्चे के प्रति सम्मान रखें।
- बच्चे के प्रति ईमानदार रहें।
- बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए एक योजना बनायें।
- बच्चे को अपने घर में रहने के लिए तैयार करें।
- अपने बच्चे पर विचार करें।
यदि आप अपने पार्टनर से किसी कारण की वजह से तलाक ले लेते है, तो अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य बनाने के लिए Child custody lawyer से सम्पर्क करे वो आपको अच्छा सुझावों देंगे। Chlid custody बच्चों के लिए बहुत ही ज़रुरी है ताकि उनका भविष्य अच्छा रहे, और ये हर माता पिता का फ़र्ज़ होता है।